हमारे समाज में धीरे धीरे बढ़ रहे एज गैप में विचारों का अंतर, एक तरह से समाज व परिवार कल्याण में संबंधों के लिए जोखिम पैदा कर सकता है। हमें समय रहते ये समझ लेना चाहिए कि घर में बड़े बुजुर्ग के मार्गदर्शन से परिवार में कैसे सुख व समृद्धि लाई जा सकती है। जिन परिवारों में बुजुर्गों के अनुभव के आधार पर कोई निर्णय लिया जाता, अनुमानन उन परिवार में संबंध काफी मजबूत हो सकते हैं।

घर में बुजुर्गों के साथ वक्त बिताने से क्या फायदे हो सकते हैं?
- बुजुर्गों को सामाजिक संपर्क और समर्थन की आवश्यकता होती है। उनके साथ समय बिताने से उनकी मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, साथ ही अपनी परिपक्वता बढ़ाने में उनके साथ बिताए गए वक्त आपको कोई भी योजना बनाने में मदद करेगा।
- बुजुर्गों को अक्सर अकेलापन और अवसाद का अनुभव होता है। उनके साथ समय बिताने से उन्हें अकेलापन और अवसाद को कम करने में मदद मिल सकती है।
- बुजुर्गों को अक्सर यह महसूस होता है कि उन्हें जरूरत नहीं है। उनके साथ समय बिताने से उन्हें यह महसूस करने में मदद मिल सकती है कि वे कितने महत्वपूर्ण हैं और उनको अपने पास से परिवार और समाज को देने के लिए अनुभव ही काफी है।
- बुजुर्ग अपने परिवार और संस्कृति के बारे में कई चीजें जानते हैं। उनके साथ समय बिताने से आप इन परंपराओं और मूल्यों को सीख सकते हैं और उन्हें प्रोटेक्ट करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
- बुजुर्ग अपने जीवन के हर पड़ाव में निजी अनुभव किए होते हैं। उनके साथ समय बिताने से आप उनके अनुभवों को सीख सकते हैं और उनके बारे में जान सकते हैं।
घर में बुजुर्गों के साथ समय बिताने के लिए कई तरीके हैं। आप उनके साथ बात कर सकते हैं, उन्हें बाहर घुमाने ले जा सकते हैं, या उनके लिए उनका कोई काम करने में मदद कर सकते हैं। आप उनके लिए एक सुनने वाले वो कान बन सकते हैं, जिसकी किसी बुजुर्ग को सबसे ज्यादा जरूरत महसूस होती है।

बुजुर्ग से कैसे अनुभव ले सकते हैं आप?
- आप काफी व्यस्त हों फिर भी उनके साथ समय बिताने के लिए समय निकालने की कोशिश करें।
- उनके साथ बात करें और उनके अनुभवों के बारे में जानें, जो उन्होंने अपने जीवन में नियम अपनाएं हैं। सही होने पर उसे आप भी अपना सकते हैं।
- हमें कोई फैसला लेने में पूर्वानुमान की जरूरत होती है। इसके लिए उनका अनुभव परिस्थिती के मुताबिक आपको सही फैसला लेने में मदद कर सकता है।
- उन्हें बाहर घुमाने ले जाएं या उनके कामों में हाथ बटाएं, इस दौरान वे अवसाद जैसी समस्या से आसानी से उबर सकते हैं।
- उनके साथ समय बिताने के लिए नए तरीके खोजें। कामों के दरमियां उनकी हाल जानना न भूलें।
- घर में बुजुर्गों के साथ समय बिताना एक ऐसा उपहार है जो उन्हें और आपके परिवार को जीवन भर याद रहेगा।

बुजुर्गों के खिलाफ उत्पीड़न होने पर क्या कर सकते हैं आप?
आज-कल बुजुर्गों के खिलाफ उत्पीड़न की समस्या धीरे धीरे बढ़ती जा रही है। यह किसी भी तरह से हो सकता है फिर, चाहे वह शारीरिक, भावनात्मक या आर्थिक उत्पीड़न हो। शारीरिक उत्पीड़न, जिसमें मारपीट, छेड़छाड़ या यौन हमला हो सकता है। भावनात्मक उत्पीड़न में अपमान, धमकी या कंट्रोल करने की कोशिश करना हो सकता है। आर्थिक उत्पीड़न में शोषण, धोखाधड़ी या संपत्ति का दुरुपयोग आता है।
इसलिए जब आप बुजुर्गों के साथ वक्त बिताते हैं तब उस वक्त न सिर्फ आप सकारात्मक बात करते हैं, बल्कि बुजुर्ग के साथ हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ बुजुर्गों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी मदद कर सकते हैं। आप उनका ऐसे भी साथ दे सकते हैं कि आप उन्हें सही जानकारी दे सके। भारत सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 14567 पर सूचित कर के सहायता ली जा सकती है।
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