आज साइंस ने तरक्की करके हमें सहूलियतों के ढेर पर बिठा दिया है। जी हां आज घर से थोड़ी दूरी पर सब्जी या चीजों को खरीदने के लिए भी हम पैदल नहीं जाते हैं। फोन उठाने के लिए भी दो कदम नहीं चलना पड़ता क्योंकि मोबाइल हमारे हाथ में या पॉकेट में मौजूद होता है। ऑफिस में घंटों कंप्यूटर के सामने बिताते हैं और बस माउस को क्लिक कर बैठे-बैठे दुनियाभर की सैर करते रहते हैं। इसके अलावा टीवी, एसी आदि चलाने-बंद करने के लिए हम बैठे-बैठे बस रिमोट के बटन दबाते हैं। इस तरह की लाइफ में पैरो की मूवमेंट बहुत कम हो गई है और इससे हमारा वजन दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। जबकि यह सबसे अच्छी, नेचुरल, आसान और बेहतरीन एक्सरसाइज है।
कैलोरी एकमात्र चीज नहीं है जो वजन घटाने या बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होती है। बल्कि कई ऐसे अन्य कारण हैं, जो हमारे वजन पर असर डालते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है, रोजाना सुबह सिर्फ 20 मिनट की वॉक से आप तेजी से अपने वजन को कम कर सकती हैं।
क्यों करनी चाहिए वॉक?
हमारी बॉडी एक मशीन है, जिसमें तमाम जोड़ हैं। इस मशीन के सही तरीके से काम करने के लिए जॉइंट्स की ट्यूनिंग जरूरी है, ताकि वे जाम न हों। वॉक करना इस काम में सबसे मददगार हो सकता है। वॉक करना एक नेचुरल एक्सरसाइज है। इसमें बाकी एक्सरसाइज की तरह किसी नस के खिंचने या हड्डी में झटका लगने का खतरा नहीं होता। 4 साल से लेकर 90 साल तक, हर उम्र की महिला वॉक कर सकते हैं। वॉक के लिए किसी उपकरण या खास जगह की जरूरत नहीं होती। कभी भी और कहीं भी वॉक कर सकती हैं।
वॉक करने के फायदे
वॉक करना हमेशा फायदेमंद होता है। खास स्पीड से वॉक की जाए तो यह अच्छी एक्सरसाइज साबित होती है। इससे पूरी बॉडी की एक्सरसाइज हो जाती है। फैट कम करने से वजन कम करने या मेनटेन करने में मदद मिलती है। बॉडी का पाचन बढ़ता है। दिमाग चुस्त-दुरुस्त होता है। बॉडी रिलैक्स होता है और अच्छा महसूस होता है। दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। हड्डियां मजबूत होती हैं, ऑस्टियोपॉरोसिस का खतरा कम होता है और आर्थराइटिस की आशंका घटती है। शरीर का लचीलापन बढ़ने से चोटों की आशंका कम होती है।
कितना पैदल चलें?
रोजाना कम-से-कम 20 लगातार जरूर चलना चाहिए। वैसे चलने की रफ्तार उम्र, लंबाई और जगह के मुताबिक अलग-अलग हो सकती है। लंबी महिलाएं ज्यादा तेज चल पाती हैं लेकिन जिन महिलाओं को चलने की आदत नहीं है, वे दो-तीन किमी से शुरू करके दूरी बढ़ा सकती हैं। पहले ही दिन ज्यादा चलना सेहत के लिए ठीक नहीं होगा। 45-50 साल की उम्र में वॉकिंग शुरू करनेवाली महिलाओं 1-2 किमी से शुरुआत करनी चाहिए। धीरे-धीरे बॉडी को ट्रेंड करें और वॉक का समय बढ़ाएं। प्रेग्नेंट महिलाओं को रोजाना 1-3 किमी सैर करनी चाहिए। पसीना आने तक वॉक करना जरूरी नहीं है। मौसम अच्छा है तो हो सकता है पसीना न आए। सामान्य तौर पर सुबह के समय चलना हेल्थ के लिए अच्छा होता है। अगर आप सुबह नहीं वॉक कर पाती हैं तो आप शाम को भी वॉक कर सकती हैं। इससे वजन घटाने में आसानी होती है।
तो देर किस बात की बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आज से ही वॉक करना शुरू करें।
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